September 14, 2014

बिटिया



रात १ बजे :

- सारा सामान ठीक से रख लिया ?
  ध्यान रखना. . हर दो तीन घंटे में फ़ोन करती रहना।
- इतनी  रात में?
- हाँ कर देना... सो रहें होगे तब भी तुम फ़ोन कर देना..और हर दो तीन घंटे में..  समझीं ?? 
- अच्छा बाबा ठीक है ,अब आप  जाइये भी ...
  ट्रेन आ जाएगी तो मैं फ़ोन कर दूंगी

स्टेशन से बहार जाते समय बार बार पीछे मुड़ के देखते .. की कहीं ट्रेन तो नहीं आई ,स्टेशन पर सेफ तो है न वो !!

बहार जाने का मन तो नहीं था , और बहार निकलते ही  स्कूटर स्टार्ट करने से पहले एक सिगरेट जलायी की शायद उससे दिल की धड़कन और दिमाग में चल रहे अजीब ओ गरीब ख्यालो को कुछ शांति मिले ,
पर जानते वो भी थे की ऐसा कुछ नहीं होने वाला, जब तक बिटिया लौट के घर वापस नही आती ..

खैर !
बिटिया का मोह कब तक करते !!
जाना तो था ही उसको दूसरे शहर अपने सपनो को पूरा करने  ...

तो क्या हुआ की वो २३ साल की हो गयी है !
आखिरकार पहली बार अकेले सफर कर रही है ट्रेन का...
उनके लिए तो हमेशा ही बच्ची रहेगी....


-- शिष्टा --